यादों में और ख्यालों में
यादों मे और ख़्यालों मे सदा तुम मूस्कुराओगे,
तेरी ख़ूशियौ की ख़ातिर हम भी ईद मनायेंगे।
कभी याद जो आए मेरी एक प्यार भरा चुम्मा देना,
महसूस कर प्यार को तेरे हम बरसों ख़ुशियां मनायेंगे।
इस ईद पर तो तुम चले आते तो अच्छा था,
क़ाश दो चार लम्हे तुम ठहर जाते तो अच्छा था।
आनन्द कुमार मित्तल, अलीगढ़
sunanda
14-Mar-2023 05:41 PM
nice
Reply
सीताराम साहू 'निर्मल'
29-Dec-2022 04:51 PM
बेहतरीन
Reply
Sachin dev
24-Dec-2022 06:43 PM
Lajavab 🌺
Reply